(डोनाल्ड जॉर्ज ब्रैडमैन)
जन्म: | 27 अगस्त 1908, (न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया) |
मृत्यु: | 25 फ़रवरी 2001 (दक्षिण ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रेलिया) |
पिता: | जॉर्ज ब्रैडमैन |
माता: | एमिली ब्रैडमैन |
डोनाल्ड ब्रैडमैन का जन्म 27 अगस्त 1908 को न्यू साउथ वेल्स में एक बढ़ई किसान की सबसे छोटी संतान के रूप में हुआ था। उनका परिवार येओ येओ में रहता था, लेकिन उनकी मां के गिरते स्वास्थ्य के कारण 1911 में बोरवाल चला गया। उन्होंने क्रिकेट अपने मामाओं चार्ज और रिचर्ड व्हाटमेन से सीखा था। उनकी मां घर के पिछवाड़े उनके लिए बाएं हाथ से गेंदबाजी करती थी। एक किशोर के रूप में ब्रैडमैन शनिवार की दोपहर में गांव में होने वाले क्रिकेट मैच में खेलते। जल्दी ही उन्होंने बड़े-बड़े स्कोर खड़े करना शुरू कर दिए। 1926 में न्यू साउथ वेल्स क्रिकेट संघ ने, जो एक गेंदबाज की तलाश कर रहा था, ब्रैडमैन से ट्रायल मैच में खेलने के लिए कहा। वह चयनकर्ताओं को आकर्षित नहीं कर पाये। उन्होंने सिडनी में सेंट जॉर्ज क्लब के लिए खेला। बाद में उन्होंने उत्तरी सिडनी और 1925 में दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में जाने के बाद केनसिंगटन क्लब के लिए खेला। कुछ प्रभाव कारी स्कोरो के बाद उन्होंने 1927 में दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध न्यू साउथ वेल्स की ओर से कुछ शुरुआती प्रथम श्रेणी मैच खेले और एक शतक बनाया। 1928-29 के सत्र की शुरुआत में उन्होंने बड़े स्कोर की एक श्रंखला बनाई। उनका चयन पेरी चेपमैन की इंग्लिश साइड के विरुद्ध ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने के लिए कर लिया गया। पहले टेस्ट मैच में उन्होंने बहुत खराब प्रदर्शन किया। इसलिए उन्हें दूसरे मैच में 12 वे खिलाड़ी के रूप में शामिल किया गया। बचे हुए मैचों में ऑस्ट्रेलिया की टीम में अपना स्थान स्थापित करने के लिए दो शतक जड़ दिए।
डेडमैन के खेल में शैली की कमी होने के कारण उनकी बहुत आलोचना हुई। उनकी आदत थी कि वह क्रॉसबैट शॉट खेलते थे और समस्या यह थी कि उन्हें तुलनात्मक रूप से सॉफ्ट इंग्लिश क्रिकेट पर मुकाबला करना था। ब्रैडमैन ने लगातार बड़े स्कोर खड़े करके अपने आलोचकों को जवाब दे दिया। अपने पूरे करियर के दौरान वह बहुत तेज और बड़ा स्कोर खड़ा करने वाले खिलाड़ी थे। 1930 में इंग्लैंड के उनके शुरुआती दौरे में उन्होंने खुद को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर लिया। उन्होंने इस दौरे में 98.66 के कुल 2,960 रन बनाये। टेस्ट मैचों में 139.14 के औसत से 974 रन बनाये, जिसमें 131,254,334 और 452 केस्को शामिल थे। 1930 और 1938 में अपने इंग्लैंड दौरे में उन्होंने 1,000 रन बनाये। यह प्रतिष्ठा प्राप्त करने वाले वह इकलौते खिलाड़ी बन गये। 1938-1939 के सत्र में उन्होंने लगातार छह शतक लगाकर सी. बी. फ़्राय के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।
केवल बॉडी लाइन बोलिंग, जहां पर बॉल शार्ट पिच होती हैं और सामान्य निशान सिर की दिशा में होता है, जिसका प्रयोग इंग्लिश साइड से डग्लस जॉर्डिन द्वारा किया जा रहा था, ही ब्रैडमैन पर अंकुश लगा पाए। उनका औसत 56.57 रहा जो आज भी अधिकतर बल्लेबाजों की ईष्या का कारण हो सकता है। इस कारण बॉडीलाइन बॉलिंग से गहरे मतभेद उत्पन्न हुए।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में ब्रैडमैन का औसत 95.14 और टेस्ट मैचों में 99.94 था, सौ के औसत से केवल 4 रन कम। उन्होंने प्रथम श्रेणी के क्रिकेट में 117 शतक बनाए (29 टेस्ट मैचों में) जब भी उन्होंने बल्लेबाजी की हर तीसरे मैच में शतक लगाया। उनके शतकों में 31 दोहरे सतक थे (10 टेस्ट मैचों में), पांच तीहरे (द2 टेस्ट मैचों में) और एक चतुर चतुर्गण शतक, उनके प्रसिद्ध 452 रन 1930 में क्वींसलैंड के विरुद्ध बने। 1936 में इंग्लैंड दौरे के लिए ब्रैडमैन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान बनाए। 1948 तक उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की लगातार कप्तानी की। जिन 24 टेस्ट मैचों में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की, उनमें से आस्ट्रेलिया ने 15 जीते, 3 हारे और 6 ड्रॉ रहे। 1948 में जिस टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया, उसमें एक भी मैच नहीं हारा उसने एक भी मैच नहीं हारा था।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद जनवरी, 1949 को उन्हें नाइट की उपाधि मिली। उन्होंने एक चयनकर्ता और प्रशासक के रूप में क्रिकेट से अपना संपर्क बनाए रखा। वह दो बार ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन रहे। उनका सबसे महत्वपूर्ण निर्णय था 1971-1972 में साउथ अफ्रीका का दौरा रद्द करना था, उस कड़वाहट और हिंसा से बचने के लिए, जो दक्षिण अफ्रीका की रंगभेद नीति वाली राजनीति के विरोध से संबंधित थी। 1965 से 1974 तक बैडमैन दक्षिणी ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे। क्रिकेट छोड़ने के बाद वित्त उद्योग में उनका एक सफल करियर रहा।
1980 और 90 के दशक में ब्रैडमैन के जीवन पर प्रकाशित होने वाली सामग्रियों की बाढ़ आ गई। 1988 में उन्होंने अपनी किताब द ब्रैडमैन एल्बम्स जारी की। उनकी दो जीवनिया सोल्स विलियमसन की ब्रैडमैन : ऑस्ट्रेलियन हीरो और रोनाल्डो पैरी की द डॉन प्रकाशित हुई।