बांसुरी स्वराज

बांसुरी स्वराज जी के बारे मेंं

बांसुरी स्वराज

बांसुरी स्वराज

जन्म: नई दिल्ली, भारत
पिता: स्वराज कौशल
माता: स्वर्गीय सुषमा स्वराज
राष्ट्रीयता: भारतीय
धर्म : हिन्दू
शिक्षा: सेंट कैथरीन कॉलेज, ऑक्सफ़ोर्ड

बांसुरी स्वराज का जन्म और परिवार :-

बांसुरी स्वराज का जन्म 3 जनवरी,1984 को दिल्ली में हुआ था. बांसुरी स्वराज के पिता का नाम स्वराज कौशल है. उनके पिता वकील व मिजोरम के पूर्व राज्यपाल थे. बांसुरी स्वराज की माता का नाम सुषमा स्वराज था. वह भारत की विदेश मंत्री रह चुकी थी. इसके साथ ही वह भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री की श्रेणी में आती थी | 

बांसुरी अपनी दिवंगत मां सुषमा स्वराज को अपनी प्रेरणा और मार्गदर्शक मानती हैं। 2023 में जब उन्होंने औपचारिक रूप से राजनीति में प्रवेश किया, तो बांसुरी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, "मैंने अपने पिछले जन्म में कुछ अच्छे कर्म किए होंगे, जिसके लिए सुषमा स्वराज मेरी मां बनीं। वह मेरी प्रेरणा और मार्गदर्शक हैं।"

बांसुरी स्वराज का शुरूआती जीवन :-

बांसुरी स्वराज का शुरूआती जीवन उच्च राजनैतिक परिवेश में बीता है. चूँकि उनकी माता सुषमा स्वराज भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री थी और उनके पिता भी राज्यपाल रह चुके थे इसलिए उनका जीवन रॉयल परिवेश में बीता. बांसुरी स्वराज के पिता एक वकील थे और इसी कारण बांसुरी ने विदेशी धरती पर जाकर वकालत की पढाई की और बाद में भारत में आकर प्रैक्टिस भी की. बांसुरी स्वराज ने हरियाणा के लिए अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में काम किया और बाद में उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय एवं भारत के सर्वोच्च न्यायालय में भी वकालत की. राजनीति में आने से पूर्व वह एक सफल वकील रही है और वर्तमान में भी वह उसी पेशे से जुड़ी हुई है. बांसुरी स्वराज सुप्रीम कोर्ट में एक वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रही है. उनके पास एक वकील के तौर पर डेढ़ दशक का लंबा अनुभव है. उन्होंने कई बड़े मुकदमों को लड़ा है. वह भारतीय जनता पार्टी के लिए भी लंबे समय से क़ानूनी मामलों से जुड़े कार्यो का संपादन कर रही है. सक्रिय राजनीति में आने से पहले बांसुरी स्वराज पार्टी की क़ानूनी सलाहकार के तौर पर काम कर रही है.

बांसुरी स्वराज की माता सुषमा स्वराज की मृत्यु हो चुकी है. बांसुरी स्वराज अपने माता पिता की इकलौती संतान है. उनके अपने कोई सगा भाई बहन नहीं है. बांसुरी स्वराज ने अब तक विवाह नहीं किया है.

बांसुरी स्वराज जाति से ब्राह्मण है और धर्म से हिन्दू है. बांसुरी स्वराज पर कोई आपराधिक मामला देश के किसी न्यायालय में लंबित नहीं है.

बांसुरी स्वराज की शिक्षा:-

बांसुरी स्वराज ने वारविक विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की हैं. स्नातक करने के बाद उन्होंने इनर टेम्पल, लंदन यूके से कानून में बैरिस्टर हैं. इसके बाद 2009 में उन्होंने सेंट कैथरीन कॉलेज, ऑक्सफोर्ड से मास्टर्स ऑफ स्टडीज की डिग्री भी हासिल की.

बांसुरी स्वराज का राजनीतिक करियर:-

बांसुरी स्वराज की राजनीतिक यात्रा वर्ष 2023 से शुरू हुई थी. उन्हें इसी वर्ष भाजपा के क़ानूनी प्रकोष्ठ का सह-संयोजक नियुक्त किया गया था. हालांकि इससे पहले भी वह पार्टी के लिए काम कर रही थी. 2024 के लोक सभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें नई दिल्ली से अपना उम्मीदवार बनाया और वह पार्टी के विश्वास पर खरा उतरी. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार सोमनाथ भारती को 78,370 मतों के अंतर से हराकर लोक सभा का चुनाव जीत लिया. वर्तमान में बांसुरी स्वराज  18वीं लोकसभा में नई दिल्ली की सांसद है. इसके साथ ही बांसुरी स्वराज भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता भी है.

बांसुरी स्वराज के व्यक्तित्व की यदि बात करें तो वह काफी सुलझी हुई नेत्री है. हिंदी और अंग्रेजी पर उनकी अच्छी पकड़ है. साथ ही वह किसी भी बात का उत्तर बिना क्रोध किये और बिना अमर्यादित भाषा के देती है, जो उनके उच्च स्तर के व्यक्तित्व को सहज रूप से व्यक्त करता है. क्योकि आये दिन नेता या नेत्री अपनी भाषा की मर्यादा को खोते जा रहे है पर ऐसे माहौल में भी बांसुरी स्वराज किसी भी प्रश्न का उत्तर बहुत ही स्थिरता के साथ व संतुलित तरीके से देती है.

कौन हैं बांसुरी स्वराज के पिता:-

सुषमा स्वराज के पति और बांसुरी स्वराज के पिता स्वराज कौशल एक क्राइम वकील हैं. वह 34 साल की उम्र में भारत के सबसे युवा एडवोकेट जनरल थे और साल 1990 से 1993 तक मिजोरम के गवर्नर थे. वर्तमान में बांसुरी स्वराज भारत के सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हैं, और साल 1998 से 2004 तक संसद सदस्य भी रह चुके हैं. 

2019 में हुआ था सुषमा का निधन, बेटी बांसुरी ने ऐसे किया था याद

सुषमा स्वराज का निधन साल 2019 में हुआ था. उस दिन ना सिर्फ बांसुरी ने अपनी मां को खोया या बल्कि देश ने भी एक ताकतवर महिला नेता को खो दिया था. बांसुरी ने अपनी मां की शख्सियत का खाका कुछ इन शब्दों में बुना, "संसद की तेज-तर्रार तकरार के बाद सेंट्रल हॉल में बटर टोस्ट, काफी और गपशप के बीच अपने राजनीतिक विरोधियों को मोहकर मित्रों में तब्दील करने वाली मेरी मां थी."

बांसुरी आगे कहती हैं, ' सुषमा स्वराज व्यक्तिगत रुप से वो बेहद सरल और सुलझी हुई शख्सियत थीं. उन्होंने कहा कि उनके लिए वो प्रेम, सीख और समझदारी का भंडार थीं. सुषमा स्वराज दुनिया में उनकी सबसे अच्छी दोस्त थीं.

नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से भाजपा टिकट प्राप्त करने के बाद:-

नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से भाजपा टिकट प्राप्त करने के बाद, बांसुरी स्वराज ने कहा, “मैं कृतज्ञ हूं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह जी, (भा.ज.पा राष्ट्रीय अध्यक्ष) जेपी नड्डा जी और हर भाजपा कार्यकर्ता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करती हूं कि उन्होंने मुझे इस अवसर देने का समर्पण किया है। ‘अब की बार 400 पार’ के संकल्प के साथ, हर भाजपा कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी को तीसरी बार ‘प्रधानसेवक’ बनाने के लिए काम करेगा।”

उन्हें भारतीय सुप्रीम कोर्ट की एक वकील माना जाता है, और उनके पास कानूनी क्षेत्र में 15 से ज्यादा वर्षों का अनुभव है। W20 इंडिया वेबसाइट के अनुसार (महिला 20, जी20 का आधिकारिक संगठन जो जेंडर समानता पर केंद्रित है) , बांसुरी स्वराज ने 2007 में दिल्ली बार काउंसिल में पंजीकृत होने का नाम दिया था।

उन्होंने आगे कहा कि आप सभी ने उनके 42 साल के राजनीतिक करियर में उन्हें बेहद सम्मान दिया और उसके लिए मैं जिंदगी भर आपलोगों की आभारी हूं. मेरे परिवार के संकट की घड़ी में भी हमारे साथ खड़े रहने के लिए शुक्रिया. बांसुरी ने भारतीय जनता पार्टी को भी धन्यवाद करते हुए कहा था कि इस पार्टी ने मेरी मां को पहचा दिलाया था और मैं इसके लिए बीजेपी की शुक्रगुजार हूं.

बांसुरी स्वराज की संपत्ति :-

2024 के लोकसभा चुनाव के समय अपने हलफनामें में बांसुरी स्वराज ने बतलाया है कि उनके पास कुल संपत्ति 19 करोड़ है. इनमें 11.27 करोड़ रूपये की चल संपत्ति है जबकि 8 करोड़ की अचल संपत्ति है |