
नवनीत कौर राणा
(नवनीत कौर)
जन्म: | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
पिता: | हरभजन सिंह कुंडलेस (सेना अधिकारी) |
माता: | रजनी कौर |
जीवनसंगी: | रवि राणा (राजनेता) |
बच्चे: | बेटा- रणवीर राणा बेटी- आरोही राणा |
राष्ट्रीयता: | भारतीय |
धर्म : | सिख |
शिक्षा: | कार्तिका हाई स्कूल, कुर्ला वेस्ट, मुंबई (10 वीं कक्षा तक) कॉमर्स में स्नातक |
जीवन परिचय :--
नवनीत कौर राणा का जन्म 3 जनवरी 1986 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। उनके पिता भारतीय सेना में अधिकारी थे, जिससे उनका पालन-पोषण एक अनुशासित माहौल में हुआ। उनका परिवार पंजाबी मूल का है।
नवनीत कौर राणा एक भारतीय राजनीतिज्ञ और पूर्व अभिनेत्री हैं, जिन्होंने मुख्यतः तेलुगु सिनेमा में कार्य किया है। उनका जन्म 3 जनवरी 1986 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। उनके पिता सेना में अधिकारी थे।
मॉडलिंग में करियर:--
नवनीत कौर राणा की शिक्षा अधिक नहीं रही है। उन्होंने केवल 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है।
स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने मॉडलिंग और अभिनय में करियर बनाने का निर्णय लिया और फिल्मों में काम करने लगीं। उनकी कोई उच्च शिक्षा या कॉलेज डिग्री नहीं है।
उन्होंने 12वीं कक्षा तक की शिक्षा प्राप्त की, जिसके बाद उन्होंने मॉडलिंग में करियर बनाने का फैसला किया। इसके चलते उन्होंने म्यूजिक वीडियो और फिर फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। बाद में, उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और लोकसभा सांसद बनीं।
12वीं कक्षा तक की शिक्षा के बाद, नवनीत ने मॉडलिंग में कदम रखा और छह म्यूजिक वीडियो में काम किया। उन्होंने कन्नड़ फिल्म 'दर्शन' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की, और बाद में तेलुगु फिल्मों जैसे 'सीनू, वसंती और लक्ष्मी' (2004), 'चेतना' (2005), 'जगपति' (2005) और 'गुड बॉय' (2005) में अभिनय किया। उन्होंने मलयालम फिल्म 'लव इन सिंगापुर' और पंजाबी फिल्म 'लड़ गए पेंच' (2010) में भी काम किया।
विवाह :--
3 फरवरी 2011 को, नवनीत ने महाराष्ट्र के विधायक रवि राणा से विवाह किया। यह सामूहिक विवाह समारोह अमरावती में आयोजित किया गया था, जिसमें लगभग 3,000 जोड़ों ने भाग लिया था।
राजनीति में प्रवेश:--
नवनीत राणा ने 2014 में राजनीति में कदम रखा। उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के टिकट पर अमरावती लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, इस चुनाव के बाद उन्होंने राजनीति में सक्रिय रहना जारी रखा।
2019 लोकसभा चुनाव
2019 में नवनीत राणा ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अमरावती लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा।
उन्हें कांग्रेस और NCP का समर्थन मिला, जबकि उनके सामने शिवसेना की प्रत्याशी आनंदराव अडसुल थे।
उन्होंने 36,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की और पहली बार सांसद बनीं।
2024 लोकसभा चुनाव
2024 में उन्होंने भाजपा (BJP) के टिकट पर अमरावती से चुनाव लड़ा।
उनका मुकाबला कांग्रेस के बलवंत वानखेडे से था।
इस बार उन्हें 19,731 वोटों से हार का सामना करना पड़ा।
राजनीतिक करियर में, नवनीत राणा ने 2014 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन सफल नहीं हुईं। 2019 में, उन्होंने अमरावती से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता और सांसद बनीं। 2024 के लोकसभा चुनाव में, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर अमरावती से चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार बळवंत वानखेडे से 19,731 वोटों से हार गईं।
हाल ही में, नवनीत राणा ने समाजवादी पार्टी के नेता अबू आज़मी के औरंगजेब पर दिए बयान की आलोचना की है। उन्होंने मांग की है कि औरंगजेब की कब्र को हटाया जाए और औरंगाबाद शहर का नाम संभाजी महाराज के नाम पर रखा जाए।
लोकसभा में भूमिका और कार्य
सांसद बनने के बाद नवनीत राणा ने विभिन्न मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी।
उन्होंने महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण, किसानों के मुद्दे और महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए।
वे मोदी सरकार की नीतियों का समर्थन करती रही हैं।
विवाद और चर्चा :--
1. हनुमान चालीसा विवाद (2022)
नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने मुंबई में मातोश्री (उद्धव ठाकरे के निवास) के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा की।
इसे लेकर महाराष्ट्र में बड़ा विवाद हुआ, जिसके बाद उन्हें देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
जेल में करीब 12 दिन बिताने के बाद उन्हें जमानत मिली।
संपत्ति: --
नवनीत राणा की संपत्ति में पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति लगभग 11.20 करोड़ रुपये थी। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए दाखिल शपथ पत्र में यह बढ़कर 15.89 करोड़ रुपये हो गई, जो लगभग 41% की वृद्धि दर्शाती है।
चल संपत्ति:
वाहन: नवनीत राणा के पास एक टोयोटा फॉर्च्यूनर है, जिसकी कीमत लगभग 20.74 लाख रुपये है। उनके पति, रवि राणा, के पास 61 लाख रुपये मूल्य की दो गाड़ियाँ हैं: एक फोर्ड एंडेवर और दूसरी टोयोटा फॉर्च्यूनर।
निष्कर्ष :--
नवनीत राणा बेहद सक्रिय और बेबाक नेता हैं, जो अपने विवादित बयानों और आक्रामक राजनीति के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में जीतकर अपनी ताकत साबित की, लेकिन 2024 के चुनाव में हार गईं। अब देखना होगा कि वे भविष्य में राजनीति में क्या भूमिका निभाती हैं।